इस हिंदी वार्ता में हम गुरु शिष्य संबंध पर कुछ सुंदर कहानियां सुनते हैं।
इस वार्ता में हम ऋत और अनऋत जैसे सुंदर शब्दों की व्याख्या करते हैं जिन्हे हम वेदों मे कई बार देखते हैं।
Today we reflect upon the following passage from the Mother’s writings: If it is not the mind, vital or physical which take birth again...
इस हिंदी वार्ता में हम देखते हैं की किस प्रकार प्रेम ही वह शक्ति है जो निश्चेतना को जगाती है।